Sitaram Yechury Death: भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के वरिष्ठ नेता सीताराम येचुरी का गुरुवार को 72 वर्ष की आयु में निधन हो गया. सीपीआई (एम) के महासचिव नई दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में गंभीर श्वसन संक्रमण का इलाज करा रहे थे.
Sitaram Yechury Death: कई राजनीतिक नेताओं ने अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त की.
विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने येचुरी के निधन पर लिखा, ” सीताराम येचुरी जी मेरे मित्र थे. भारत के विचार के रक्षक और हमारे देश की गहरी समझ रखने वाले. मुझे हमारी लंबी चर्चाएं याद आएंगी. दुख की इस घड़ी में उनके परिवार, मित्रों और अनुयायियों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना.”
एनसीपी (सपा) नेता शरद पवार ने पवार ने एक्स पर पोस्ट में लिखा,”मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के संस्थापक का आज निधन हो गया है. वरिष्ठ कम्युनिस्ट नेता सीताराम येचुरी का निधन हो गया. उन्हें भारत में वामपंथी दलों की एक महत्वपूर्ण आवाज़ के रूप में हमेशा याद किया जाएगा. उनके अनुभव के कारण ही वे लगातार दो बार सीपीआई-एम पार्टी के महासचिव पद पर आसीन हो पाए. कहना होगा कि वामपंथी विचारधारा की यह सबसे बड़ी क्षति है. यूचेरी के जाने से मज़दूरों, कर्मचारियों और किसानों के अधिकारों की आवाज़ चली गई. सीताराम येचुरी को भावभीनी श्रद्धांजलि.”
आरजेडी सुप्रीमों लालू यादव ने दिवंगत नेता को श्रद्धांजलि देते हुए लिखा, “कॉमरेड सीताराम येचुरी को लाल सलाम और विनम्र श्रद्धांजलि। कॉमरेड इतनी जल्दी नहीं जाना था!”
बसपा प्रमुख मायावती ने उनके निधन को “बेहद दुखद” बताया. उन्होंने लिखा, ” देश की राजनीति में चर्चित नाम सीपीएम महासचिव व पूर्व राज्यसभा सांसद श्री सीताराम येचुरी का इलाज के दौरान निधन हो जाने की ख़बर अति-दुखद. वे कुशल सांसद व मिलनसार व्यक्ति थे. उनके परिवार व समस्त चाहने वालों के प्रति मेरी गहरी संवेदना. कुदरत उन सभी को इस दुख को सहने की शक्ति दे.”
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सीताराम येचुरी के निधन को राष्ट्रीय राजनीति के लिए क्षति बताया. बनर्जी ने एक्स पर लिखा, “यह जानकर दुख हुआ कि श्री सीताराम येचुरी का निधन हो गया है. मैं जानता था कि वे एक अनुभवी सांसद थे और उनका निधन राष्ट्रीय राजनीति के लिए एक क्षति है. मैं उनके परिवार, मित्रों और सहकर्मियों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूँ.”
आम आदमी पार्टी के संजय सिंह ने येचुरी को सांप्रदायिकता के खिलाफ सबको एकजुट करने वाला अग्रणी नेता बताया. सिंह ने एक्स पर लिखा, “लोकतंत्र और संविधान के हक़ में उठने वाली एक मजबूत आवाज़, सांप्रदायिकता के खिलाफ सबको लामबंद करने वाले अग्रणी नेता @SitaramYechury
जी ने दुनिया को अलविदा कह दिया, लेकिन वो गरीबों, मजदूरों, मजलूमों की आवाज में सदैव जिंदा रहेंगे, उनका जाना भारतीय राजनीति के लिए अपूरणीय क्षति है. कॉमरेड @SitaramYechury जी को सिर झुकाकर लाल सलाम.”
तमिलनाडू के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने भी सीपीआईएम महासचिव को श्रद्धांजलि देते हुए पोस्ट लिखा. उन्होंने लिखा, “वामपंथी आंदोलन के एक दिग्गज और भारतीय राजनीति में एक कद्दावर व्यक्ति कॉमरेड #सीताराम येचुरी के निधन से गहरा सदमा लगा है और मैं दुखी हूं.
कॉमरेड @सीताराम येचुरी एक निडर नेता थे जिनकी न्याय के प्रति प्रतिबद्धता कम उम्र से ही स्पष्ट थी, क्योंकि उन्होंने एक छात्र नेता के रूप में आपातकाल के खिलाफ़ साहसपूर्वक खड़े हुए थे. मजदूर वर्ग, धर्मनिरपेक्षता, सामाजिक न्याय, समानता और प्रगतिशील मूल्यों के प्रति उनके समर्पण ने एक प्रतिष्ठित करियर को आकार दिया जो आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करता रहेगा.
मैं उनके साथ हुई अंतर्दृष्टिपूर्ण बातचीत को हमेशा संजो कर रखूंगा. इस कठिन समय में उनके परिवार और साथियों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएँ. लाल सलाम, कॉमरेड!”
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