Delhi Police: पश्चिमी दिल्ली के नांगलोई में रविवार तड़के गश्त के दौरान 30 वर्षीय एक पुलिस कांस्टेबल की हत्या कर दी गई. दिल्ली पुलिस की रिपोर्ट के मुताबिक एक व्यक्ति ने कार से उसका पीछा किया, उसकी बाइक को टक्कर मारी, उसे 30 फीट से अधिक दूर तक घसीटा और लगभग 2.15 बजे एक खड़ी गाड़ी से कुचल दिया.
शराब पीने से रोकने पर कांस्टेबल की गई हत्या-दिल्ली पुलिस
पुलिस के अनुसार, कार में सवार दोनों लोग नशे में थे और जब कांस्टेबल संदीप मलिक ने उन्हें वाहन के अंदर शराब पीने से रोका तो उन्होंने जानबूझकर उस पर गाड़ी चढ़ा दी.
इस मामले में दो लोगों के खिलाफ हत्या की एफआईआर दर्ज की गई है, जिनमें से एक की पहचान रजनीश के रूप में हुई है. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस ने कार को जब्त कर लिया है, साथ ही उसमें शराब की बोतल और चिप्स के पैकेट भी मिले हैं.
Delhi Police की डायरी और रिपोर्ट में नहीं है मेल
हालांकि, पुलिस ने एफआईआर में हत्या की वजह कांस्टेबल संदीप मलिक के दो लोगों को शराब पीने से रोकने बताया है जिससे आरोपी भड़क गए थे. लेकिन ये तथ्य पुलिस की शुरुआती डायरी इंट्री से मेल नहीं खाते हैं.
डायरी इट्री में शराब आपूर्तिकर्ता जांगड़ा के नाम का उल्लेख है. उसमें कहा गया है कि जांगडा कांस्टेबल पर “काम करवाने” के लिए दबाव डाल रहा था. हालांकि बाद में पुलिस ने किसी भी संगठित अपराध से इस मामले का संबंध होने से इनकार किया है. लेकिन उसने डायरी की इंट्री में रही बात को लेकर कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया है.
पुलिस का कहना है कि हमला जानबूझकर किया गया था. हमला करने वालों में एक आरोपी संपत्ति किराए दिलाने का काम करता था और दूसरे का परिवार एक जनरल स्टोर चलाता हैं.
नांगलोई के वीणा एन्क्लेव में हुई घटना
यह घटना नांगलोई के वीणा एन्क्लेव में हुई. जानकारी के मुताबिक दिल्ली पुलिस के कांस्टेबल संदीप चोरी की बढ़ती घटनाओं के कारण सिविल ड्रेस में नियमित गश्त पर थे. रेलवे यार्ड पार्किंग में खड़ी कार में शराब पी रहे दो लोगों से उनकी झड़प हो गई. उन्हें जाने के लिए कहने पर उनमें बहस शुरू हो गई.
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, “मलिक ने रेलवे यार्ड पार्किंग में अपनी कार में शराब पी रहे दो लोगों का देखा.” उन्होंने बताया, “कॉन्स्टेबल ने उन्हें वहां से चले जाने और घर जाने को कहा, लेकिन धर्मेंद्र और रजनीश नाम के संदिग्धों ने मना कर दिया. इस पर तीखी बहस हुई.”
कांस्टेबल संदीप ने धर्मेंद्र को डांटा और कानूनी नतीजों की चेतावनी देते हुए उसे इलाके से चले जाने को कहा. रिपोर्ट में बताया गया है कि इससे गुस्साए धर्मेंद्र ने कार से भाग लिया और कांस्टेबल ने मोटरसाइकिल से उसका पीछा किया.
आरोपी संदीप के आने की आशंका में इलाके से निकलकर वीणा एन्क्लेव के बाहर इंतजार कर रहे थे. सीसीटीवी फुटेज से पुष्टि हुई कि कांस्टेबल को बिना किसी उकसावे के जानबूझकर कुचला गया था.
लगभग 2:15 बजे, कार ने थोड़ा पीछे मुड़कर रुक गई. जैसे ही कांस्टेबल संदीप अपनी मोटरसाइकिल से उसके पास पहुंचा, आरोपी ने उसका पीछा किया और उसे कुचल दिया.
टक्कर के कारण संदीप ने नियंत्रण खो दिया और वैगन आर और एक अन्य वाहन के बीच टकरा गया. दो अस्पतालों में ले जाए जाने के बावजूद, संदीप बच नहीं सका. शव को पोस्टमार्टम के बाद उसके परिवार को सौंप दिया गया.
हलांकि मामले में नया मोड़ तब आया जब पुलिस की डायरी में शराब माफिया का जिक्र मिला. जिससे ऐसा लगा कि पुलिस ने घटना में किसी भी “माफिया एंगल” को खारिज करने में जल्दबाजी की. बावजूद इसके की रविवार को सामने आई पुलिस की अपनी डायरी में जांगड़ा नामक शराब आपूर्तिकर्ता के शामिल होने का उल्लेख था.
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