Friday, March 28, 2025

Elvish Yadav: मुश्किल में यूट्यूबर, राजस्थान पुलिस ने जयपुर में पुलिस एस्कॉर्ट पाने के ‘फर्जी वीडियो’ मामले में दर्ज की FIR

यूट्यूबर एल्विश यादव Elvish Yadav के खिलाफ एक फेक वीडियो पोस्ट करने के लिए मामला दर्ज किया गया है. समाचार एजेंसी पीटीआई ने अधिकारियों के हवाले से बताया कि मामले में दावा किया गया था कि उन्हें जयपुर में एक संगीत वीडियो शूट के लिए राजस्थान पुलिस एस्कॉर्ट मिला था.

राजस्थान पुलिस ने अपनी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने का केस दर्ज किया

पुलिस ने एल्विश यादव के दावों को खारिज कर दिया और स्पष्ट किया कि कंटेंट क्रिएटर को कोई आधिकारिक सुरक्षा प्रदान नहीं की गई थी, साथ ही कहा कि उस पर राजस्थान पुलिस की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करने का मामला दर्ज किया गया है.
एल्विश यादव ने सोमवार को सोशल मीडिया पर एक वीडियो अपलोड किया, जिसमें वह राजस्थान के पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास के बेटे कृष्णवर्धन द्वारा चलाई जा रही कार में यात्रा करते हुए दिखाई दे रहे हैं.
वीडियो में पीछे से एक पुलिस वाहन आता है, यादव दावा करते हैं कि पुलिस उन्हें एस्कॉर्ट कर रही थी. कृष्णवर्धन, उनकी बातचीत के दौरान कहते हैं कि पुलिस वाहन अलग-अलग क्षेत्रों से गुज़रने पर बदल जाते थे.

हम इस वीडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं कर सकते हैं.

Elvish Yadav को ऐसा कोई एस्कॉर्ट प्रदान नहीं किया गया था- जयपुर के पुलिस आयुक्त

जयपुर के पुलिस आयुक्त बीजू जॉर्ज जोसेफ ने कहा कि यूट्यूबर को ऐसा कोई एस्कॉर्ट प्रदान नहीं किया गया था, उन्होंने कहा कि, “इस मामले में उनके खिलाफ़ एक प्राथमिकी दर्ज की गई है”.
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त रामेश्वर सिंह ने भी कहा कि यादव को कोई एस्कॉर्ट नहीं दिया गया था. उन्होंने कहा कि पुलिस सुरक्षा केवल स्थापित प्रोटोकॉल के आधार पर प्रदान की जाती है.
इस बीच, एसीपी कुंवर राष्ट्रदीप ने कहा कि एल्विश यादव के खिलाफ राजस्थान पुलिस की प्रतिष्ठा को धूमिल करने वाले “फर्जी वीडियो” को कथित रूप से साझा करने के आरोप में साइबर पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई थी.

8 फरवरी को सांभर में एक म्यूजिक वीडियो शूट करने गए थे एलविश

यादव 8 फरवरी को सांभर में एक म्यूजिक वीडियो की शूटिंग के लिए जयपुर गए थे, इस दौरान उन्होंने एक व्लॉग भी फिल्माया था. विवादित वीडियो इसी व्लॉग का हिस्सा था.
इसके अलावा, वीडियो में यादव की कार को टोल बूथ से गुजरते हुए दिखाया गया था, जिसके बाद पुलिस की गाड़ी ने बिना कोई शुल्क चुकाए उसे पार किया.

पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने दी सफाई

हालांकि, राजस्थान के पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने खुद को और अपने बेटे को इस विवाद से अलग करते हुए कहा कि उनमें से किसी ने भी पुलिस एस्कॉर्ट के लिए अनुरोध नहीं किया था. उन्होंने कहा, “एलविश यादव अक्सर मुझसे मिलने आते हैं और एक राजनेता के तौर पर मैं कई लोगों से मिलता हूं. मेरी सरकार सत्ता में नहीं है, इसलिए मुझे नहीं पता कि पुलिस वाहन की व्यवस्था किसने की या वह वहां क्यों था.”
प्रताप ने आगे कहा कि राज्य सरकार या एल्विश यादव को यह स्पष्ट करना चाहिए कि पुलिस वाहनों के साथ क्या हो रहा था. उन्होंने संवाददाताओं से कहा, “इस मुद्दे को बहुत ज़्यादा खींचा जा रहा है.” वहीं, पुलिस ने कहा कि मामले की आगे जांच की जा रही है.

ये भी पढ़ें-Share Market crashes: ट्रंप की टैरिफ डर के चलते सेंसेक्स 800 अंक गिरा, निफ्टी 200 अंक से अधिक गिरा

Html code here! Replace this with any non empty raw html code and that's it.

Latest news

Related news