PM Modi Singapore Visit : ब्रुनेई सफल दौरा कर लौटे पीएम मोदी सिंगापुर पहुंचे हैं. सिंगापुर पहुंचने पर वहां बसे भारतीय समुदाय ने पीएम मोदी का भव्य स्वागत किया. पीएम मोदी अपने स्वागत से अभिभूत नजर आये . यहां पहुंचते ही लोगों के उत्साह को देखते हुए पीएम मोदी कुछ अलग ही अंदाज में ही नजर आए. पीएम मोदी महाराष्ट्र के रंग में रंगे दिखाई दिए और गणपित उत्सव की धूम से पहले ही उन्होंने यहां आकर जमकर ढोल बजाया.
PM Modi Singapore Visit : दो दिन की यात्रा पर सिंगापुर पहुंचे हैं पीएम मोदी
दक्षिण पूर्वी एशियाई राष्ट्रों के साथ रणनीतिक साझेदारी को गहरा करने के उद्देश्य से पीएम नरेंद्र मोदी दो दिन की यात्रा पर सिंगापुर पहुंचे हैं.प्रधानमंत्री मोदी पांचवी बार सिंगापुर पहुंचे हैं. ब्रुनेई की पहली द्विपक्षीय यात्रा के बाद सिंगापुर के प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग के निमंत्रण पर पीएम मोदी दक्षिण-पूर्व एशिया के इस प्रमुख देश की आधिकारिक यात्रा पर पहुंचे हैं. विदेश मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री अपनी दो दिवसीय यात्रा के दौरान सिंगापुर के नेतृत्व की 3 पीढ़ियों से जुड़ेंगे.
सिंगापुर में पीएम मोदी का भव्य स्वागत
प्रधानमंत्री के सिंगापुर पहुंचने पर एयरपोर्ट से लेकर होटल तक भव्य स्वागत सत्कार हुआ.लोग भारतीय परिधानों में सजे कलाकारों ने नृत्य और संगीत के साथ पीएम मोदी का स्वागत किया. पीएम ने भी लोगों के साथ मिलकर जम कर ढोल बजाया .
प्रधानमंत्री मोदी का इस अंदाज में हुआ सिंगापुर में स्वागत, पीएम ने कहा स्वागत के लिए धन्यवाद #PMModi pic.twitter.com/Ik2L2eSnqz
— THEBHARATNOW (@thebharatnow) September 4, 2024
गुरुवार का होगा पीएम मोदी का आधिकारिक स्वागत
गुरुवार को सिंगापुर संसद भवन में पीएम मोदी का आधिकारिक स्वागत का कार्यक्रम होगा. गुरुवार को ही पीएम मोदी सिंगापुर के राष्ट्रपति थर्मन शनमुगरत्नम से मुलाकात करेंगे.
एडवांस मैन्युफैक्चरिंग, डिजिटलाइज और सस्टेनेबल डेवलपमेंट पर होगी बात
सिंगापुर के लिए रवाना होने से पहले पीएम मोदी ने एक बयान में कहा कि “मैं सिंगापुर के साथ खास तौर से एडवांस मैन्युफैक्चरिंग, डिजिटलाइज और सस्टेनेबल डेवलपमेंट के उभरते और नये क्षेत्रों में हमारी रणनीतिक साझेदारी को और गहरा करने के उपायों पर होने वाली बातचीत को लेकर उत्सुक हूं.” भारत में विदेश मंत्रालय ने एक अपने बयान में कहा है कि दोनों नेता भारत-सिंगापुर रणनीतिक साझेदारी की प्रगति की समीक्षा करेंगे, और आपसी हित के वैश्विक एवं क्षेत्रीय मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करेंगे.