POK में मारे गाये पाकिस्तानी सैनिक, भारत में घुसपैठ करने वाला भी POK से गिरफ्तार, जानिये पूरा मामला !

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भारत पर हमेशा नापाक नज़र रखने वाला पाकिस्तान अक्सर खुद कि मौत मारा जाता है. बात चाहे सीमा युद्ध की हो या फिर किसी और गैर मंसूबे की. ऐसे में फिर एक बार पाकिस्तान को बड़ा नुक्सान हुआ है. वो भी पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर यानी (POK) में जहाँ उन्ही के आधा दर्जन से ज्यादा सैनिक मारे गये.

POK के शौजाबाद इलाके में 9 पाकिस्तानी सैनिकों के मारे जाने की खबर सामने आई है. 4 घायल बताये जा रहे हैं. दरअसल ये मौत किसी रणभूमि में नहीं बल्कि एक भयानक हादसे में हुई है. जी हाँ एक सड़क दुर्घटना में कम से कम नौ पाकिस्तानी सैनिक मारे गए और चार अन्य घायल हो गए. रिपोर्ट्स के मुताबिक, घटना जिले के शुजा आबाद इलाके के पास हुई. अधिकारियों ने बताया कि दुर्घटना के तुरंत बाद बचावकर्मी घटनास्थल पर पहुंचे और बचाव अभियान चलाया.

जानकारी के मुताबिक ट्रक एक सैन्य काफिले का हिस्सा था और पाकिस्तानी कश्मीर के बाग जिले में मांग बजरी की ओर जा रहा था लेकिन ये सफर कभी पूरा ना हो पाया. रविवार सुबह लगभग 4 बजे अपने टारगेट से लगभग 12 किमी पहले शुजााबाद के पास ये हादसा हुआ. अधिकारियों के मुताबिक, “ट्रक में चालक के साथ 13 सैनिक थे और उनमें से सात की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि बाकी घायल हो गए.” घायलों को रावलकोट के एक अस्पताल में ले जाया गया, जहां उनमें से दो ने दम तोड़ दिया. स्थानीय पुलिस ने कहा कि ट्रक करीब 500 फीट नीचे जा गिरा.

वैसे अगर पिछले कुछ वक्त के आकड़े उठाकर देखे जाए तो पाकिस्तान में अक्सर सड़क दुर्घटनाएं होती हैं. ख़ास तौर पर खराब रखरखाव वाले वाहनों, जर्जर सड़कों और सड़क सुरक्षा उपायों की लापरवाही के कारण.

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वहीं, दूसरी तरफ POK के सब्जकोट गांव का रहें वाला 32 साल का तबरीक हुसैन नियंत्रण रेखा पार करते हुए जम्मू कश्मीर पुलिस के हाथों धरा गया. मिली खबर के मुताबिक जम्मू कश्मीर के राजौरी जिले में सेना के जवानों ने लश्कर-ए-तैयबा के ट्रेंड गाइड को गोली मारने के बाद उसे गिरफ्तार किया है, जो पाकिस्तान सेना की खुफिया इकाई के लिए भी काम कर चुका है.

अधिकारियों के अनुसार, छह सालों में तबरीक दूसरी बार गिरफ्तार किया गया है. पिछली बार वह और उसका भाई 26 महीने तक सलाखों के पीछे रहे थे और उसके बाद उन्हें अमृतसर में अटारी-वाघा बॉर्डर से पाकिस्तान भेज दिया गया था. इस बार उसकी ‘फिदायीन’ हमला करने की योजना थी.

तो देखा आपने जहाँ एक तरफ भारतीय सैनिक पकिस्तान को हर मौके पर शिकस्त दे रहे हैं. वहीँ दूसरी तरफ पकिस्तान के सैनिक अपनी ही सरकारी प्रणाली के लापरवाही का शिकार हो रहे हैं. ख़राब सड़कें, ट्रकों के नाम पर चलने वाले कब्र-ताबूत ही पाकिस्तानी सेना के दुश्मन बने हुए हैं. खबर पर अपनी राये जरूर बातएं और देखते रहे दी भारत नाउ