Wednesday, December 10, 2025

मध्य प्रदेश के कैंसर स्पेशलिस्ट डॉ. अशोक हेमल अमेरिका में भी चमके, गोल्डन रोबॉट सर्जिकल अवॉर्ड से सम्मानित

छतरपुर : मध्य प्रदेश के छतरपुर से आने वाले डॉ. अशोक हेमल को न्यूयॉर्क में गोल्डन रोबॉट सर्जिकल अवार्ड से सम्मानित किया गया है. न्यूयार्क में वर्ल्ड यूरोलॉजी रोबोट ऑन्कोलॉजी कांफ्रेंस में प्रोस्टेट कैंसर पर उनके द्वारा किए जा रहे शोध कार्यों के लिए उन्हें ये सम्मान मिला है. छतरपुर के रहने वाले कैंसर स्पेशलिस्ट डॉक्टर अशोक हेमल भारत में पहली रोबोट किडनी सर्जरी करने के लिए भी जाने जाते हैं.

कौन हैं डॉ. अशोक हेमल?

5 सितंबर 1960 को छतरपुर में जनमे डॉक्टर अशोक हेमल की प्रारंभिक शिक्षा छतरपुर जिले के राजनगर हायर सेकेंडरी स्कूल से हुई थे. इसके बाद उन्होंने बीएससी महराजा कॉलेज छतरपुर से की. आगे की शिक्षा उन्होंने जीआर मेडिकल कॉलेज ग्वालियर और पीजीआई चंडीगढ़ में की. इसके बाद से कैंसर स्पेशलिस्ट, यूरोलॉजिस्ट व रोबॉटिक सर्जन डॉक्टर अशोक हेमल दिल्ली एम्स हॉस्पिटल में यूरोलोजी प्रोफेसर के रूप में 20 वर्ष तक सेवाएं देते रहे. गोल्डन रोबॉट सर्जिकल अवॉर्ड 2025 से सम्मानित डॉ. हेमल एम्स में रहते हुए किडनी, प्रोस्टेट व ब्लैडर कैंसर से संबंधित 100 से ज्यादा सर्जर कर चुके हैं.

अमेरिका में दे रहे सेवाएं, पद्मश्री से सम्मानित

वर्तमान में डॉक्टर अशोक हेमल अभी वेक फॉरेस्ट यूनिवर्सिटी अमेरिका में डायरेक्टर रोबोटिक सर्जरी के रूप में कार्यरत हैं. इसके पहले डॉ. हेमल को राष्ट्रपति द्वारा पद्‌मश्री, डॉ. बीसी रॉय अवॉर्ड सहित कई सम्मानों से नवाजा जा चुका है. इतनी ऊंचाइयों पर पहुंचने और अमेरिका में रहने के बाद भी डॉक्टर अशोक हेमल ने छतरपुर की अपनी मिट्टी से लगाव नहीं छोड़ा. वे आज भी अपने पिता स्व. हरगोविंद हेमल ट्रस्ट के नाम से निःशुक्ल स्वास्थ्य शिविर लगाते हैं. डॉक्टर अशोक हेमल के छोटे भाई डॉ. आलोक हेमल भी बच्चों में कैंसर के शोध कार्य में विश्व स्तरीय प्रतिभा के लिए विख्यात हैं.

रोबोटिक्स व यूरोलॉजिकल सर्जरी पर कई लेख प्रकाशित

डॉक्टर अशोक हेमल कई चिकित्सा सम्मेलनों में शामिल होते रहे हैं. उनके मेडिकल रिसर्च पर कई लेख विभिन्न देशों में प्रकाशित हो चुके हैं.उन्होंने स्प्रिंगर वर्लाग द्वारा प्रकाशित मेडिकल एजुकेशन बुक, रोबोटिक्स इन यूरोलॉजिकल सर्जरी भी लिखी है. भारत सरकार ने उन्हें चिकित्सा विज्ञान में उनके अभूतपूर्व योगदान के लिए 2007 में पद्म श्री से सम्मानित किया था.

भाई भी हैं कैंसर स्पेशलिस्ट

डॉक्टर अशोक हेमल के भाई डॉ. आलोक भी दिल्ली में कार्यरत हैं, जब उनसे डॉक्टर अशोक को मिले अवॉर्ड को लेकर चर्चा की गई तो उन्होंने कहा, '' मेरे बड़े भाई को जो अवॉर्ड मिला है उसकी बहुत खुशी है. यह अवॉर्ड देश के लिए समर्पित है. एक सर्जन कुछ हजार सर्जरी कर सकता है, लेकिन ज्ञान साझा करके हजारों नए चिकित्सकों को तैयार किया जा सकता है, सफलता तकनीकी कौशल तक सीमित नहीं, बल्कि लोगों की मदद करने और ज्ञान का प्रसार करने में होना चाहिए, जो मेरे भाई करते हैं.''

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