Kenya Adani Deal : दो दिन पहले अडानी समूह पर अमेरिका में केस होने का मामला सामने आने के बाद केन्या से एक खबर आई थी केन्या ने भारत के अडानी ग्रुप के साथ हुए अपने दो समझौते तोड़ दिये हैं. इसका एक वीडियो भी खूब वायरल हुआ था, जिसमें केन्याई संसद में राष्ट्रपति विलियम रूटो समझौता रद्द करने के बारे में बता रहे थे और सदन में सारे सांसद ताली बजा रहे थे. अब इस खबर पर अडानी समूह की तरफ से एक प्रतिक्रिया सामने आई है, जिसमें कहा गया है कि अडानी समूह ने केन्या में हवाईअड्डा संचालन का कोई समझौता नहीं किया था.
Kenya Adani Deal पर अडानी समूह का बयान
केन्या में 30 साल तक बिजली ट्रांसमिशन लाइनों के निर्माण और संचालन के लिए हुए समझौते को लेकर अडानी ग्रुप ने कहा कि ये परियोजना सेबी (SEBI) के नियमों के तहत नहीं आती है , इसलिए इसके रद्द होने पर किसी तरह की जानकारी देने की जरुरत नहीं थी.
दरअसल अडानी समूह ने ये प्रतिक्रिया उस नोटिस के बाद दिया है, जो स्टॉक एक्सचेंजों की तरफ से अडानी समूह को भेजा गया था. नोटिस में इस बात की पुष्टि करने के लिए कहा गया था कि केन्या के राष्ट्रपति विलियम रूटो ने समूह के द्वारा किये गये समझौते को रद्द करने का बारे में जो कहा है , जिसके तहत अडानी समूह को केन्या के मुख्य हवाई अड्डे का नियंत्रण सौंपा जाना था.
अडानी समूह की कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड ने कहा है कि इसी साल अगस्त में केन्या में एक स्टेप-डाउन सहायक कंपनी स्थापित की गई थी, जिसका उद्देश्य हवाई अड्डों का अपग्रेडेशन , मोर्डनाइजेशन और मैंनेजमेंट करना था. लेकिन अडानी समूह की तरफ से कहा गया है कि अब तक ना तो उनकी कंपनी और ना ही किसी सहायक कंपनी को केन्या में कोई हवाई अड्डा परियोजना मिली है और न ही केन्या में किसी हवाई अड्डे से संबंधित कोई अंतिम समझौता किया है.