Jitan Ram Manjhi : बिहार विधानसभा के लिए इस साल के अंत में चुनाव होने वाले हैं. राजनीतिक दल अपने अपने हिसाब से चुनाव मैदान में पूरे दम खम के साथ उतरने के लिए तैयारियों में जुट गये हैं. इस दौरान बिहार में एनडीए में शामिल दल अपने नफा नुकसान का आकंलन भी कर रहे हैं.
Jitan Ram Manjhi केंद्रीय नेतृत्व से नाराज ?
बिहार की एनडीए सरकार में दलित समुदाय से आने वाले और सरकार में रसूख रखने वाले जीतन राम मांझी केंद्रीय नेतृत्व से नाराज नजर आ रहे हैं. जानकारी के मुताबिक जीतन राम मांझी दिल्ली और झारखंड में अपनी पार्टी HAM को एक भी सीट नहीं दिए जाने और चिराग पासवान की एलजेपी (रामविलास) को तवज्जों दिए जाने से नाराज बताए जा रहे हैं. एनडीए ने अपने सहयोगी एलजेपी को झारखंड में चुनाव लड़ने के लिए एक सीट दिया था, वहीं दिल्ली में भी एलजेपी देवली से चुनाव मैदान में है.
मांझी ने मंच से राम तरित मानस की चौपाी सुनाई- ‘भय बिनु होय न प्रीत
21 जनवरी को जीतन राम मांझी ने मुंगेर जिले के जमालपुर में हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के जिला कर्यकर्ताओं के सम्मेलन में मांझी ने रामचरितमानस की चौपाई का एक अंश सुनाते हुए कहा – ‘भय बिनु होय न प्रीत… पत्रकारों के मुताबिक मांझी ने एक तरीके से केंद्रीय नेतृत्व को ये संदेश देने की कोशिश की थी कि वो नेतृत्व उनके महत्व को समझे.
अपने भाषण में राम मांझी ने कहा कि हमारे कार्यक्रमों में भीड़ आ रही है, लोग हमारे हैं, वोटर हमें वोट देने के लिए तैयार हैं तो फिर हमें सीट क्यों नहीं मिली? मेरा एक ही प्रश्न है. हमें ये फरिया नहीं रहे है कि हमको इतनी सीटें दे दो, लेकिन हमारा जो वजूद है, उसके आधार पर सीट दो. मांझी ने कहा कि इसमें हमारा कोई फायदा नहीं है. आपके फायदे के लिए कह रहे हैं. इस क्रम में मांझी ने कहा कि लगता है कैबिनेट हमको छोड़ना पड़ेगा.
बिहार में हम दिखाएंगे अपनी औकात: मांझी
इससे पहले बिहार के ही जहानाबाद में मांझी ने भुइयां-मुसहर सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा था कि NDA में उनकी उपेक्षा हो रही है. मांझी ने कहा कि झारखंड चुनाव में उन्हें एक भी सीट नहीं दिया गया और अब दिल्ली में भी ऐसा हुआ. मांझी ने आरोप लगाते हुए कहा कि झारखंड और दिल्ली के चुनाव में लोगों को उसकी औकात देख कर टिकट दिया गया. हमने नहीं मांगा तो हमें एक भी सीट नहीं मिला.जबकि बिहार में भुइयां और मुसहर समाज की आबादी को देखते हुए कोई उनकी राजनीतिक ताकत को नजरअंदाज नहीं कर सकता है, मांझी ने कहा कि अब हम बिहार में अपनी औकात दिखाएंगे.
बिहार में हम पार्टी की 40 सीटों की मांग
बिहार विधानसभा के 243 सीटों में से अभी से मांझी ने अपनी पार्टी के लिए 40 सीटों की मांग रख दी है. मांझी ने कार्यकर्ताओं से बात करते हुए कहा कि झारखंड और दिल्ली चुनावों में हमारी पार्टी को दो-तीन सीटे भी मिलतीं तो हम बेहतर प्रदर्शन कर सकते थे. बिहार में हम पार्टी का प्रदर्शन शानदार रहा है और 2025 में भी हमारा प्रदर्शन ऐसा ही रहेगा. मांझी ने अपने कार्यकर्ताओं से साफ साफ कहा कि झराखंड और अब दिल्ली में एक भी सीट ना मिलना हमे धोखा देने के जैसा है लेकिन बिहार के विधानसभा चुनाव में ये चलने वाला नहीं है. हमें घर 40 सीटें मिलती है तो हं कम से कम 20 सीटें जीत कर आयेंगे और अगर हम इतनी सीटें जीत जाते हैं तो फिर बिहार में हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) अपने हिसाव से सरकार से काम करवा सकेंगी.
मांझी ने अपने बयान पर दी सफाई
हालांकि शाम होते होते होते मांझी ने अपने बयान पर सफाई देते हुए कहा कि उनकी बात को मीडिया में तोड़ मरोड़ कर दिखाया जा रहा है.मांझी ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा
“ कुछ वेब पोर्टल और समाचार चैनलों के द्वारा भ्रमक ख़बर प्रचारित/प्रसारित किया गया है कि “जीतन राम मांझी कैबिनेट से इस्तीफ़ा देंगे।” जबकि मैंने मुंगेर की सभा में हो रही देरी को लेकर कहा था कि “आप लोग लेट कर रहें हैं जिसके कारण मेरी फ्लाइट छूट जाएगी और मुझे कैबिनेट छोड़ना पड़ेगा” वैसे लोगों को मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूँ कि मैं मरते दम तक माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी का साथ नहीं छोडूंगा। हम सब अभी देश और बिहार के हित का कार्य कर रहें हैं तो कुछ मिडिया घराना विपक्ष के इशारे पर हमें बाटने की कोशिश कर रहा है। मैं वैसे लोगों को चेतावनी देना चाहता हूँ कि वह सचेत हो जाएँ अन्यथा मैं उनके ख़िलाफ़ न्यायालय की शरण लूँगा और प्रेस काउंसिल में उनकी शिकायत दर्ज कराऊँगा.