बिहार:Jamui Daroga Murder Case : सब-इंस्पेक्टर प्रभात रंजन की हत्या मामले के मुख्य आरोपी कृष्णा दास ने गुरुवार को गिरिडीह में झारखंड पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया.है.Jamui Daroga Murder Case का आरोपी कृष्णदास नवादा के कौवाकोल थाने के महुली गांव का मूल निवासी है.
Daroga Murder Case के आरोपी ने किया सरेंडर
जमुई में बालू लदे ट्रैक्टर चला रहे कृष्णा दास ने इस हफ़्ते की शुरुआत में एसआई रंजन और होम गार्ड जवान राजेश कुमार साव को कुचल दिया था.प्रभात रंजन की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि होम गार्ड गंभीर रूप से घायल हो गया.आरोपी को पकड़ने के लिए जमुई पुलिस ने एसआईटी का गठन किया. इसके बाद दास पड़ोसी झारखंड के गिरिडीह जिले में भाग गया.कृष्णा दास के मददगार मिथिलेश ठाकुर को भी 15 नवंबर को गिरफ्तार किया गया था.पुलिस के लगातार दबाव के कारण आखिरकार कृष्णा ने गिरिडीह के गावां थाने में आत्मसमर्पण कर दिया.
Daroga Murder Case का क्या है मामला ?
बालू माफियाओं के खिलाफ अभियान के तहत पुलिस ने जमुई-नवादा सीमा पर चंवर पुल पर बैरिकेड्स लगाए थे और तेज रफ्तार बालू लदे ट्रैक्टर को जांच के लिए रुकने का इशारा किया था.वाहन रोकने के बजाय, ट्रैक्टर चालक कृष्णा ने उन्हें पहियों के नीचे कुचल दिया, जिससे एसआई की मौत हो गई और गार्ड गंभीर रूप से घायल हो गया.वारदात को अंजाम देने के बाद ट्रैक्टर चालक घटनास्थल से कुछ दूरी पर वाहन छोड़कर मौके से भाग गया.
इस घटना पर लोक जनशक्ति पार्टी के नेता तिराग पासवान ने सरकार को घेरा है और आरोप लगाया है कि बिहार में सरकार के संरक्षण में बालू माफिया फल फूल रहा है. नीतीश सरकार का नाकामयबी का नतीजा है कि जो लोग अवैध कारोबार पर लगाम लगाने की कोशिश करते हैं उनकी हत्या कर दी जाती है . एक दरोगा की दिनदहाड़े हत्या कर दी जाती है और सरकार सुस्त पड़ी है.