Iran attacks Israel: मंगलवार को ईरान ने इजरायल पर 180 से अधिक बैलिस्टिक मिसाइल दागे. इस हमले के बाद इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि ईरान को “कीमत चुकानी” होगी. इजरायल और उसके प्रमुख सहयोगी अमेरिका ने ईरान द्वारा दागी गई अधिकांश मिसाइलों को रोकने में कामयाबी हासिल की और चेतावनी दी है कि वे जवाबी कार्रवाई करेंगे.
हमला पूरी तरह से रक्षात्मक था- ईरान
ईरानी अधिकारियों के अनुसार, उनकी फत्ताह मिसाइलों ने लक्षित लक्ष्यों में से 90 प्रतिशत को निशाना बनाया, जो सैन्य ठिकाने थे.
ईरान ने कहा था कि उनका हमला पूरी तरह से रक्षात्मक था और यह इजरायल द्वारा आतंकवादी नेताओं की हत्या और लेबनान में हमलों का जवाब था. ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अराक्ची ने कहा कि जब तक इजरायल द्वारा एक बार फिर से उकसाया नहीं जाता, तब तक ईरान द्वारा हमलों को “समाप्त” कर दिया गया है.
ईरान के सशस्त्र बलों के संयुक्त चीफ ऑफ स्टाफ जनरल मोहम्मद बाघेरी ने बुधवार को चेतावनी जारी की कि अगर इजरायल ने उसके क्षेत्र के खिलाफ कोई कार्रवाई की तो ईरान उसके बुनियादी ढांचे पर हमला करेगा.
उन्होंने कहा कि रिवोल्यूशनरी गार्ड रक्षात्मक और आक्रामक दोनों तरह से अपने मिसाइल हमले को “बढ़ी हुई तीव्रता” के साथ दोहराने के लिए तैयार है.
अमेरिका संग मिलकर बड़े अटैक की तैयारी में इजराइल
वहीं ईरान के हमले के बाद खबर है कि इजराइल अमेरिका संग मिलकर अटैक की बड़ी तैयारी कर रहा है. इस बारे में इजरायली सेना प्रमुख ने US आर्मी चीफ से की बात ही है.
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने अपने सहयोगी इजरायल का समर्थन किया और कहा, “ऐसा प्रतीत होता है कि हमला विफल और अप्रभावी रहा है, और यह इजरायल की सैन्य क्षमता और अमेरिकी सेना का प्रमाण है.”
उन्होंने कहा, “कोई गलती न करें, संयुक्त राज्य अमेरिका इजरायल का पूरी तरह से समर्थन करता है.”
लेबनान पर इजराइली हमले जारी
लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इज़राइल ने मंगलवार को भी लेबनान पर हमले जारी रखे, जिसके परिणामस्वरूप 55 लोगों की मौत हो गई और 156 अन्य घायल हो गए.
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने मध्य पूर्व में बढ़ते संघर्ष पर चर्चा करने के लिए बुधवार को एक आपातकालीन बैठक निर्धारित की है.
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