Himachal cloudburst: प्रदेश में अभी खतरा टला नहीं है. लगातार हो रही बारिश और गुरुवार को मंडी, शिमला और कुल्लू जिलों में बादल फटने से करीब 50 लोग लापता हो गए, जबकि दो शव बरामद किए गए. शुक्रवार को भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने कांगड़ा, कुल्लू और मंडी में और बारिश की संभावना जताते हुए रेड अलर्ट जारी किया है.
Himachal cloudburst: भारतीय मौसम विभाग ने क्या चेतावनी जारी की
शुक्रवार को राज्य के छह जिलों में अचानक बाढ़ (फ्लैश फ्लड) की चेतावनी जारी की गई है. आईएमडी ने अपने बयान में कहा, जोखिम वाले जिले कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला, चंबा और सिरमौर हैं. हिमाचल प्रदेश के अतिरिक्त मुख्य सचिव ओंकार चंद शर्मा ने कहा कि 2 अगस्त तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है, आईएमडी के आंकड़ों के आधार पर और अलर्ट जारी किए जाएंगे.
बुधवार देर शाम से राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश हो रही है. आईएमडी ने कहा है कि निचले पहाड़ी/मैदानी क्षेत्र समेत अधिकांश स्थानों पर बारिश जारी है. मध्यम पहाड़ी क्षेत्र में भी अधिकांश स्थानों पर बारिश होती रहेगी. और ऊंचे पहाड़ी क्षेत्रों में भी कई स्थानों पर बारिश जारी रहेगी.
केंद्र ने दी हर संभव मदद का आश्वासन- सीएम
हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह सुखू ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री ने हर संभव मदद का आश्वासन दिया है और घोषणा की है कि एनडीआरएफ की दो अतिरिक्त टीमें भेजी जा रही हैं. हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा, “राहत-बचाव कार्य जोरों पर है. पिछली रात भी हमारे प्रशासनिक अधिकारी बचाव कार्य में लगे हैं. मैं अभी प्रभावित इलाके में जा रहा हूं… निश्चित रूप से नुकसान हुआ है. सबसे बड़ा नुकसान, हमें जो लोग छोड़कर गए हैं उनका है। जिन लोगों की मृत्यु हुई है उनकी बॉडी को निकालने का काम किया जा रहा है. 49 के करीब लोग लापता हैं. आज मौसम थोड़ा साफ हुआ है. हमारा मुख्य लक्ष्य फंसे हुए लोगों को बाहर निकालना है… पर्यटक यहां आए लेकिन वे नदी-नालों के किनारे न जाए. मनाली की भी सड़कें टूटी है, वहां पर फ़ौरी तौर पर सड़कों को जोड़ा गया है. यह आपदा चिंता का विषय है.”
राहत और बचाव में लगी सेना
भारतीय सेना ने बचाव कार्यों के लिए सभी ज़रुरी संसाधनों के साथ काम कर रही है. हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले में बादल फटने वाली जगह पर कुल 125 कर्मियों की तीन टुकड़ियाँ, एक इंजीनियर टास्क फोर्स और 20 कर्मियों वाली एक मेडिकल टीम तैनात की गई है.