Hemant Soren : झारखंड चुनाव के मुहाने पर खड़ा है और भाजपा यहां आये दिन नये नये मुद्दे लेकर जनता के बीच पहुंच रही है. खास कर भाजपा ने जेएमएम की नाकामियों को अपना मुद्दा बनाया है. भाजपा के चुनाव मुद्दो में एक मुद्दा झारखंड स्टॉफ सर्विस कमीशन (JSSC ) के द्वारा हाल के दिनो करवाये गये पुलिस भर्ती परीक्षा के दौरान हुई अभ्यर्थियों का मौत भी है.
Hemant Soren : मीडिया ट्रायल करके बदनाम करने की हो रही है कोशिश
इस मुद्दे पर आज झारखंड के सीएम हेमंत सोरने ने अपनी सफाई देते हुए कहा कि पुलिस भर्ती परीक्षा के दौरान हुई अभ्यर्थियों की मौत पर बिना वास्तिवकता को जाने मामले का मीडिया ड्रायल चल रहा है. मीडिया ट्रायल के जरिए उनकी सरकार को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है. जबकि उनकी सरकार ने संकल्पित होकर काम किया है.
झारखण्ड के नौजवान इतने कमजोर नहीं हो सकते जो 5-10 किलोमीटर चल ना सके, दौड़ ना सके…”
हेमंत सोरेन ने कहा कि “झारखण्ड में लगातार परीक्षाएं आयोजित की जा रही है. कोरोना संक्रमण काल के बाद शारीरिक दक्षता वाली परीक्षा में दर्जन भर से अधिक नौजवान अपनी जान गवां बैठे हैं, इससे हम लोग बहुत-बहुत उदास हैं, चिंतित हैं. इस समस्या पर विस्तृत जांच के लिए हमने भारत सरकार के माननीय स्वास्थ्य मंत्री को भी पत्र लिखा है. मैं इस समस्या के तह तक जाऊंगा क्योंकि झारखण्ड के नौजवान इतने कमजोर नहीं हो सकते जो 5-10 किलोमीटर चल ना सके, दौड़ ना सके…”
हेमंत सोरेन ने 200 शिक्षकों को बांटे नियुक्ति पत्र
झारखंड सीएम हेमंत सोरेन ने JSSC द्वारा आयोजित विभिन्न परीक्षाओं में चयनित 327 अभ्यर्थियों और Re-counselling के बाद चुने गये 200 सहायक शिक्षकों को आज नियुक्ति पत्र वितरण किया.
2019 में लोगों के सामने था जीवन का संकट- हमंत सोरेन
इस मौके पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि “2019 जब मैंने सरकार संभाली थी तो स्थिति ऐसी हुई कि राज्य के विकास की तो बात छोड़िए, राज्य में हम जिंदा कैसे रहे इस पर हम लोग चिंतित होने लगे थे. कोरोना जैसी महामारी को आप सभी ने 2 वर्ष तक देखा, दो वर्ष तक उसी में उठा-पठक पूरे देश और विश्व के अंदर होता रहा. कोरोना के बादल छटने के उपरांत विभागों की समीक्षाएं होने लगी तो पता चला कि कई की तो नियुक्ति नियमावली भी नहीं बनी है. कई बहाली में उलझने भी आ गई, कुछ वास्तविक और कुछ दिखावटी उलझने रही.
सभी विभागो में बन रही है नियमावली
हेमंत सोरेन ने कहा अब उनकी सरकार कामकाज को गति देने में लगी है.सभी विभागों के अंदर, सभी संवर्ग की नियमावली बनाना प्रारंभ किया है और नियुक्ति प्रक्रिया शुरू की गई है. सीएम ने कहा कि “आपको पता होगा कि हम लोगों ने जेपीएससी का एग्जाम कंडक्ट कराया और उस परीक्षा का रिकॉर्ड रहा है कि सबसे कम समय में परीक्षा परिणाम सामने लाकर युवाओं को अधिकारी बनाने का काम किया गया था. गरीब परिवारों के युवा अधिकारी बने थे. कई बार हमने नियुक्ति पत्र का वितरण किया. फिर यह समस्या होने लगती थी कि राज्य के किस जगह में उन्हें जिम्मेदारी देनी है, इसकी भी प्रक्रिया चलती है. कई बार तो हम लोगों ने नियुक्ति पत्र के साथ-साथ उनकी पोस्टिंग लॉटरी के माध्यम से ही करायी.
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दरअसल झारखंड में चुनाव की आहटों के बीच भाजपा लगातार सरकार के कामकाज और प्रशासन के सुस्त रवैये पर हमलावर है. पांच साल के कार्यकाल में रोजगार को लेकर सवाल उठ रहे हैं, भाजपा इसके लिए भी हेमंत सरकार को जिम्मेदार ठहरा रही है.ऐसे में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन लगातार लोगो के बीच पहुंचकर ये आश्वश्त करने की कोशिश कर रहे हैं कि उनकी सरकार जनता के दुख दर्द को कम करने की वास्तविक कोशिश कर रही है , वहीं भाजपा केवल चुनाव के लिए मुद्दे उठाकर लोगों को दिग्भ्रमित कर रही है.