Gaya PitriPaksha mela Start : फ्लगु नदी के तट पर बसे गया को मुक्तिधाम के रुप में जाना जाता है. धार्मिक मान्यता है कि गयाजी में आकर पिंडदान करने से आत्माओं के परममुक्ति प्राप्त होती है. इस पंरपरा को निभाने के लिए हर साल हजारों लोग गयाजी के तट पर आते हैं और अपने बुजुर्गों का पिंडदान और तर्पण करते हैं. पितृपक्ष में 15 दिन के दौरान यहां मेले का माहौल रहता है.
Gaya PitriPaksha mela Start : 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक पितृपक्ष
इस साल पितृपक्ष का आरंभ 18 सितंबर से हो चुका है और ये 2 अक्टूबर तक रहेगा.इसी के साथ गया में 15 दिनों तक चलने वाले सालाना पितृपक्ष मेले की शुरुआत हो गयी है. यहां देश विदेश से श्रद्धालु अपने पूर्वजों का पिंडदान और तर्पन करने के लिए पहुंच रहे हैं.
नीतीश सरकार ने किया खास इंतजाम
पितृपक्ष में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए सरकार ने इस बार खास इंतजाम किये हैं. मंगलवार को उप-मुख्यमंत्री विजय सिन्हा, मंत्री विजय कुमार चौधरी, प्रेम कुमार और संतोष मांझी ने पितृपक्ष मेले के महासंगम का संयुक्त रुप से उद्घाटन किया. उद्घाटन के दौरान उप मुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व में इस बार फाल्गु नदी में गंगा को भी गया लाया है. अब लोग आने वाले लोग एक साथ पवित्र फाल्गु नदी और गंगा का पानी पी रहे हैं, साथ ही अपने पूर्वजों का गंगाजल से भी पिंडदान कर रहे हैं.
पितृपक्ष में आ रहे श्रद्धालुओं को सरकार दे रही है मुफ्त गंगा जल
बिहार सरकार ने इस बार यहां आने वाले श्रद्धालुओं के लिए खास इंतजाम किये हैं. प्रदेश के जल संसाधन मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि यहां आने वाले श्रद्धालुओं को सरकार की तरफ से पूजा के लिए निःशुल्क 200 मिलीलीटर गंगा का जल मुहैया कराया जाएगा. विजय चौधरी ने कहा कि ये खास तोहफा बिहार खास करके गया के लोगों और यहां आये श्रद्धालुओं के साथ दिव्य संबंध स्थापित करेगा.
15 दिन तक 10 हजार पैकेट गंगाजल का होगा वितरण
गया के डीएम त्यागराजन एसएम ने भी बताया कि पूरे पितृपक्ष के दौरान यहां आने वाले अतिथियों को गंगा का जल वितरण मिलेगा. इसके लिए खास तौर से स्टॉल बनाए गए हैं और प्रत्येक दिन कम से कम दस हजार पैकेट गंगाजल का वितरण किया जायेगा.अनुमान है कि इस साल पूरे 15 दिन में कम से कम 15 लाख श्रद्धालु आयेंगे .
सरकार ने बनाया 2500 टेंट सिटी,मुफ्त रहने की व्यवस्था की
इस साल नीतीश सरकार ने मेले में देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं के रहने के लिए खास व्यवस्था की है. होटल, गेस्ट हाउस और मठों में रुकने की व्यवस्था के साथ साथ 2500 शामियानों से टेंट सिटी बनाई गई है. इस टेंटसिटी में श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए मुफ्त व्यवस्था है.
सुरक्षा के लिए एमसीसी,एनएसएस, स्काउट से भी बुलाये गये लोग
सुरक्षा व्यवस्था को चाक चौबंद करने के लिए सरकार ने रेगुलर पुलिसिंग के अलावा एनसीसी , एनएसएस, स्काउट और नेहरु युवा केंद्र से सदस्यों को बुलाया है.एनसीसी के 250, स्कॉउट के 200, एनएसएस के 130 और नेहरू युवा केंद्र से 50 सदस्यों को व्यवस्था को दुरुस्त करने की जिम्मेदारी सौंपी है.