सरकार बदलने का नतीजा शिवसेना को दिखने लगा है.हर साल शिवाजी पार्क में दशहरा रैली करने वाली शिवसेना को इस बार रैली करने की इजाज़त नहीं मिली है. बीएमसी ने शिंदे और ठाकरे गुट को शिवाजी पार्क मैदान में दशहरा रैली करने की इजाजत देने से इनकार कर दिया है. शिवाजी पार्क मैदान पर दशहरा रैली की अनुमति नही मिलने पर शिवसेना नेता और पूर्व महापौर किशोरी पेडनेकर ने कहा की जान बूझकर ये सब किया जा रहा है,बीएमसी और आयुक्त पर दबाव डाला जा रहा है. किशोरी पेडनेकर ने कहा कि कितना भी ये लोग परेशान करें लेकिन शिवसेना की दशहरा रैली दादर के शिवाजी पार्क मैदान पर ही होगी. कल उद्धव ठाकरे ने भी अपनी सभा में कहा कि कोई कुछ भी कर ले,हमारी रैली वहीं होगी.
किशोरी पेडनेकर ने ये भी कहा कि हर जगह पर जहां भी अनुमति चाहिए वो हमने ले रखी है.शिवाजी पार्क मैदान में होने वाली रैली को जान बूझ के अटकाया गया है. वहीं अनुमति नहीं मिलने पर जब सवाल किया गया कि अगर शिवाजी पार्क पर रैली करने की अनुमति नहीं मिलती है तो क्या शिवसेना के पास कोई दूसरा मैदान या कोई दूसरी जगह है, तब किशोरी पेडनेकर ने कहा कि वो तो बाद की बात है, इससे पहले शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे देखेंगे की क्या करना है.
शिवसेना नेता किशोरी पेडनेकर ने कहा कि बीएमसी आयुक्त पर बहुत दबाव है और ये सब को दिख रहा है. सब जानते हैं कि किसका दबाव है. हर बार रैली के लिए अनुमति दी जाती है इस बार जान बूझ कर बीच में अड़चन पैदा किया जा रहा है.
शिवसेना नेता और विधायक अजय चौधरी ने कहा कि बीएमसी को पुलिस की तरफ से लॉ एंड ऑर्डर की समस्या बताई गई होगी लेकिन बीएमसी को ये नहीं सोचना चाहिए कि किसकी पार्टी है, कौन सी असली है और कौन सी नकली. अनुमति मांगी गई है तो वो देना चाहिए ,जिसने पहले मांग की उनको देना चाहिए अनुमति. अब मामला कोर्ट में है और हमें कोर्ट पर पूरा भरोसा है. कोर्ट से हमें न्याय मिलेगा. अजय चौधरी ने भी तीखे अंदाज में कहा कि शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने तय किया है कि रैली होगी तो होगी, किसी भी तरह से होगी जरूर.