Jharkhand Constable Recruitment Exam: झारखंड में सिपाही भर्ती परीक्षा में फिजिकल टेस्ट के दौरान करीब 11 अभ्यर्थियों की मौत के मामले से हड़कंप मचा गया है. अलग अलग जिले में हुई अभ्यर्थियों की मौत को लेकर बीजेपी ने सोरेन सरकार पर निशाना साधा है. झारखंड बीजेपी प्रभारी हिमंत बिस्वा सरमा ने इन मौतों के लिए राज्य सरकार जिम्मेदार बताते हुए कहा कि, हम इस घटना की जांच की मांग करते हुए राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में एक आवेदन दायर करेंगे.
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग करें मौतों की जांच-बीजेपी
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, “पुलिस भर्ती अभियान के शारीरिक परीक्षण के दौरान कई उम्मीदवारों की जान चली गई है. हमारे देश में भर्ती के दौरान पहले कभी इतने लोगों की मौत नहीं हुई…भाजपा इस घटना की निंदा करती है. इन मौतों के लिए राज्य सरकार जिम्मेदार है…हम इस घटना की जांच की मांग करते हुए राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में एक आवेदन दायर करेंगे. पीड़ित परिवारों को कम से कम 50 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाना चाहिए…”
#WATCH रांची, झारखंड: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, “पुलिस भर्ती अभियान के शारीरिक परीक्षण के दौरान कई उम्मीदवारों की जान चली गई है। हमारे देश में भर्ती के दौरान पहले कभी इतने लोगों की मौत नहीं हुई…भाजपा इस घटना की निंदा करती है। इन मौतों के लिए राज्य सरकार… pic.twitter.com/73o2h0hXxT
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 2, 2024
15 सितंबर के बाद किया जाए भर्ती के लिए फिजिकल टेस्ट-बीजेपी
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, “भर्ती परीक्षा बहुत गलत समय पर हो रही है, यह परीक्षा सितंबर के बाद ही होनी चाहिए. अभी बहुत गर्मी है, जो युवा आते हैं उन्हें खाने को कुछ नहीं मिलता, इसमें अब तक 15 युवाओं की मौत हो चुकी है. मैंने सुबह हेमंत सोरेन से अनुरोध किया था कि भर्ती के लिए फिजिकल टेस्ट जिसमें अभ्यर्थियों को 10 किलोमीटर दौड़ना है, उसे 15 सितंबर के बाद किया जाए और जो भी उम्मीदवार आए उसे एक गिलास दूध और एक फल दिया जाए. उम्मीदवार की मेडिकल जांच की जाए और फिर उन्हें दौड़ने की अनुमति दी जाए, नहीं तो अभी 15 युवा मर चुके हैं, यह संख्या और बढ़ेगी…”
इस बीच सोमवार को ही हेमंत सोरेन सरकार ने एहतियातन अगले 3 दिनों के लिए भर्ती प्रक्रिया को स्थगित करने का निर्देश दिया है.
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