CEC Jharkhand Visit : झारखंड में विधानसभा चुनाव की आहटों के बीच केंद्रीय चुनाव आयोग की टीम सोमवार को रांची पहुंची.मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार के नेतृत्व में 12 सदस्यीय टीम ने राजनीतिक पार्टियों से मुलाकात की और उनसे आगामी चुनाव से संबंध में बातचीत की.
CEC Jharkhand Visit : रांची पहुंची चुनाव आयोग की पूरी टीम
मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार के नेतृत्व में चुनाव आयोग की 12 सदस्यीय टीम बड़ी टीम रांची पहुंची है.इस टीम में मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार के साथ निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार और डॉक्टर सुखबीर सिंह संधु के आलावा 3 अन्य सीनियर डिप्टी इलेक्शन कमिश्नर धर्मेंद्र शर्मा, संजय कुमार और उनके सहयोग के लिए 5 पदाधिकारी पंकज श्रीवास्तव, अशोक कुमार, अनुज चांडक रांची पहुंचे. चुनाव आयोग की टीम ने रांची में आज सभी राजनीतिक दलों के साथ बैठक की. इस दौरान राजनीतिक दलों ने भी चुनाव आयोग को कई महत्वपूर्ण सुझाव दिया.
आम आदमी पार्टी (आप) का सुझाव
झारखंड में अपने पांव जमाने की कोशिश कर रही आम आदमी पार्टी के नेताओं ने चुनाव आयोग से कहा कि सभी उम्मीदवारों को मतदाताओं की सूचि निशुल्क मिलनी चाहिये. उम्मीदवारों को लिए नामांकन शुल्क 10 हजार से घटाकर 5 हजार करना चाहिये.आप के नेताओं ने चुनाव आयोग को ये भी सलाह दी कि चुनाव के नाम पर खर्च होने वाली राशि को कम किया जाये. ऐसी व्यवस्था की जाये कि अनावश्यक खर्च ना हो.चुनाव के नाम पर होने वाले करोड़ों के घोटलों पर रोक लगनी चाहिये. राजनीतिक पार्टियां चुनाव में जो पैसे खर्चती हैं,उसपर निगरानी होनी चाहिये. जो उम्मीदवार से मतदान से ठीक पहले जिस तरह से मतदाताओं को फोन करके अपने पक्ष में मतदान करने के लिए प्रेरित करते हैं उस पर भी रोक लगनी चाहिये.
बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) का सुझाव
बहुजन समाज पार्टी ने चुनाव आयोग से गड़बड़ियों पर लगाम लगाने की मांग की है. पार्टी ने कहा कि हर मतदाता की सुरक्षा सुनिश्चित होनी चाहिये. चुनाव निष्पक्ष चुनाव हो औऱ समय पर ही कराये जाने चाहिये.लोगों की सहूलयत को देखते हुए चुनाव की तारीखों का ऐलान होना चाहिये.
भारतीय जनता पार्टी का सुझाव
भाजपा ने बैठक के दौरान प्रदेश में होने वाली बांग्लादेशी घुसपैठ के लेकर चिंता जताई. बीजेपी की तरफ कहा गया कि मतदाता पहचान पत्र सभी का बन जाता है, फर्जी तरीके से आधार कार्ड और उससे वोटर कार्ड बनाए जा रहे हैं, इसकी भी जांच होनी चाहिए. आम तौर पर 5 साल में किसी क्षेत्र में 15 से 17 प्रतिशत तक मतदाता बढ़ते हैं लेकिन झारखंड में कई बूथों में 123 प्रतिशत तक मतदाता बढ़े हैं, इसकी भी जांच होनी चाहिये .
भाजपा ने कहा कि झारखंड में दूर्गा पूजा और छठ को देखते हुए विधानसभा चुनाव की घोषणा इसके बाद ही होनी चाहिये और चुनाव अलग-अलग चरणों में होने चाहिये.
बीजेपी की गृहसचिव को पद से हटाने की मांग
बैठक के दौरान बीजेपी ने चुनाव आयोग से गृह सचिव वंदना दादेल को हटाने की मांग की. बीजेपी ने कहा कि गृह सचिव ने चुनाव आयोग को जो पत्र लिखकर असम के मुख्यमंत्री हेमंता बिस्वा सरमा और केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान पर सांप्रदायिकता फैलाने का आरोप लगाया है वो ठीक नहीं है. गृहसचिव इस तरह से चुनाव आयोग को पत्र नहीं लिख सकती हैं. भाजपा का आरोप है कि गृहसचिव राज्य में सत्ताधारी जेएमएम के लिए काम कर रही हैं.इसलिए अगर चुनाव आयोग इनको चुनाव से मुक्त रखें तभी तभी निष्पक्ष चुनाव संभव है.
कांग्रेस की चुनाव आयोग को सलाह
इंडिया ब्लॉक में जेएमएम की सहयोगी पार्टी कांग्रेस ने चुनाव आयोग से पूरे राज्य में एक चरण में ही मतदान कराने की मांग की है.कांग्रेस पार्टी ने कहा कि झारखंड मे चुनाव छठ पूजा और 15 नवंबर को होने वाली बिरसा मुंडा की जयंती के एक चरण में ही चुनाव करायें तो अच्छा है. जम्मू कश्मीर की तरह झारखंड में भी फेयर चुनाव हो.
कांग्रेस के नेताओं ने बीजेपी पर धार्मिक उन्माद फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि ये पार्टी लोगों के बीच उन्माद फैलाने की कोशिश कर रही है, प्रदेश में सांप्रदायिकता फैला रही है. बीजेपी बंग्लादेशी हिंदु और मुस्लिम कर रही है, इस पर रोक लगना चाहिये. राज्य से बाहर से आने वाले नेता ऐसा कर रहे हैं.उनके झारखंड आने पर रोक लगना चाहिये. उन्हें झारखंड में बैन कर दिया जाना चाहिये.
75 साल से ऊपर के मतदाताओं को उनके घरों पर ही मतदान की सुविधा दिया जाये और 60 साल से ऊपर के मतदाताओं के लिए मतदान केंद्र पर अलग से कतार बनना चाहिये.