Sikh leaders stage protest: कांग्रेस नेता राहुल गांधी के अमेरिका में सिख समुदाय को लेकर दिए बयानों के खिलाफ बीजेपी सिख समुदाय के नेताओं ने उनके सरकारी आवास के बाहर विरोध प्रदर्शन किया. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) दिल्ली के सिख प्रकोष्ठ ने सिख समुदाय पर दिए गए बयान के विरोध में राहुल और सोनिया गांधी के आवास के बाहर विरोध मार्च निकाला और उनसे माफी की मांग की.
10 जनपद पर Sikh leaders stage protest
एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, भाजपा नेता आरपी सिंह और अन्य सिख नेताओं को विरोध प्रदर्शन के दौरान दिल्ली पुलिस ने हिरासत में लिया.
प्रदर्शन के दौरान आरपी सिंह ने कहा, “राहुल गांधी को माफी मांगनी चाहिए. उन्होंने विदेशी धरती का इस्तेमाल भारत को बदनाम करने के लिए किया और सिखों के बारे में बयान दिया कि सिखों को पगड़ी पहनने और गुरुद्वारा जाने की अनुमति नहीं है…”
इस प्रदर्शन में महिलाएं भी शामिल थी. प्रदर्शनकारियों ने नारे लगाए और तख्तियां लेकर विज्ञान भवन से मार्च करते हुए गांधी के आवास 10 जनपथ की ओर जाने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया.
इसके अलावा सिख समुदाय के प्रदर्शनकारियों ने गांधी के खिलाफ नारे लगाए और सिखों को कथित तौर पर “अपमानित” करने के लिए उनसे माफी की मांग की, देश में 1984 के सिख विरोधी दंगों के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया. यह राहुल गांधी के सिख समुदाय पर दिए गए बयान के बाद भारत में राजनीतिक घमासान शुरू हो गया है, जिसमें भाजपा नेताओं ने कहा कि विपक्ष के नेता ने विदेशी धरती पर भारत को बदनाम किया है.
राहुल गांधी ने अमेरिका में क्या कहा था
सोमवार को वाशिंगटन डीसी में भारतीय अमेरिकियों की एक सभा को संबोधित करते हुए गांधी ने कहा कि भारत में लड़ाई एक सिख व्यक्ति के पगड़ी और कड़ा पहनने और गुरुद्वारे जाने के लिए है. उन्होंने आरएसएस पर कुछ धर्मों, भाषाओं और समुदायों को दूसरों से कमतर समझने का भी आरोप लगाया था.
कार्यक्रम के दौरान राहुल गांधी ने आगे की पंक्तियों में उपस्थित सिखों में से एक का नाम पूछते हुए कहा, “पगड़ी वाले भाई, तुम्हारा नाम क्या है?”
“लड़ाई इस बात को लेकर है कि क्या एक सिख को भारत में पगड़ी या कड़ा पहनने की अनुमति दी जाएगी. यही लड़ाई है कि क्या वह, एक सिख के रूप में, गुरुद्वारे जाने में सक्षम होगा. उन्होंने कहा कि ये लड़ाई सिर्फ उसके लिए नहीं, सभी धर्मों के लिए है.”