Tuesday, November 12, 2024

Wrestlers Protest: ‘बीजेपी की बबीता फोगट WFI प्रमुख बनना चाहती थी, पहलवानों को बृजभूषण के खिलाफ उकसाया’- साक्षी मलिक

Wrestlers Protest: ओलंपिक पहलवान साक्षी मलिक ने दावा किया है कि भारतीय जनता पार्टी की बबीता फोगाट ही थीं जिन्होंने पहलवानों को बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ विरोध शुरू करने के लिए प्रेरित किया था. उन्होंने कहा कि बबीता का उद्देश्य भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष पद को हासिल करना था. साक्षी ने ये बात इंडिया टुडे के साथ एक बातचीत में कही.

बबीता ने बुलाई थी पहलवानों की बैठक-साक्षी

सोमवार को इंडिया टुडे टीवी के साथ एक साक्षात्कार में, साक्षी मलिक ने यह भी दावा किया कि बबीता फोगट ने एक बैठक के लिए कई पहलवानों को इकट्ठा किया था और उनसे छेड़छाड़ के मामलों सहित महासंघ के कथित कदाचार के खिलाफ विरोध करने का आग्रह किया था.
इंडिया टुडे ने साक्षी मलिक के हवाले से कहा, “बबीता फोगट ने बृज भूषण सिंह के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने के विचार के साथ हमसे संपर्क किया क्योंकि उनका अपना एजेंडा था – वह डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष बनना चाहती थीं.” ओलंपिक पहलवान ने कहा, “ऐसी अफवाहें हैं कि कांग्रेस ने हमारे विरोध का समर्थन किया है, लेकिन यह गलत है. वास्तव में, दो भाजपा नेताओं – बबीता फोगट और तीरथ राणा ने हमें हरियाणा में विरोध प्रदर्शन की अनुमति दिलाने में मदद की.”

विनेश और बजरंग को लेकर कही ये बात

साक्षी मलिक, जिन्होंने हाल ही में अपनी किताब ‘विटनेस’ का विमोचन किया है, बृज भूषण सिंह के खिलाफ लंबे समय से चल रहे विरोध प्रदर्शन के तीन प्रमुख चेहरों में से एक थीं. समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, साक्षी मलिक ने कहा कि उनके विरोध में दरार तब आई जब बजरंग पुनिया और विनेश फोगट के “करीबी लोगों” ने उनके दिमाग में “लालच” भरना शुरू कर दिया.

Wrestlers Protest के तीन चेहरे साक्षी मलिक, बजरंग पुनिया और विनेश फोगट

Wrestlers Protest के तीन प्रमुख चेहरे रहे साक्षी, बजरंग और विनेश ने आरोप लगाया था कि भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व प्रमुख बृज भूषण ने अपने कार्यकाल के दौरान महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न किया. इस मामले की सुनवाई अभी भी दिल्ली की एक अदालत में चल रही है.
डब्ल्यूएफआई के निलंबन के बाद कुश्ती का प्रशासन संभालने वाली तदर्थ समिति ने बजरंग पुनिया और विनेश फोगट को 2023 एशियाई खेलों के ट्रायल से छूट दे दी, लेकिन साक्षी मलिक ने अपने सहयोगियों के सुझाव के अनुसार यह छूट नहीं लेने का फैसला किया था.

बबिता फोगाट ने खेला खेल-साक्षी

इंडिया टुडे को दिए साक्षात्कार में साक्षी मलिक ने बताया कि हालांकि विरोध प्रदर्शन पूरी तरह से बबीता फोगट से प्रभावित नहीं था, लेकिन यह उनके सुझाव पर शुरू किया गया था.
“ऐसा नहीं है कि हमने आँख मूंदकर उनका अनुसरण किया, लेकिन हम जानते थे कि महासंघ के भीतर यौन उत्पीड़न और छेड़छाड़ जैसे गंभीर मुद्दे थे. हमारा मानना था कि एक महिला के नेतृत्व में, खासकर बबीता फोगट जैसी कोई महिला, जो एक खिलाड़ी भी है, सकारात्मक बदलाव लाएगी. उन्होंने कहा, हमें भरोसा था कि वह हमारे संघर्षों को समझेगी. लेकिन हमने कभी नहीं सोचा था कि वह हमारे साथ इतना बड़ा खेल खेलेगी.”
28 मई, 2023 को पुलिस द्वारा नए संसद भवन की ओर पहलवानों के मार्च को रोके जाने के बाद विरोध प्रदर्शन समाप्त हो गया था.

हरियाणा चुनाव से पहले विनेश और बजरंग कांग्रेस में शामिल हो गए

इस महीने की शुरुआत में हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले विनेश और बजरंग दोनों कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए थे. पूर्व ने जुलाना निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ा और जीता, जबकि बजरंग को पार्टी की राष्ट्रीय किसान इकाई का प्रमुख बनाया गया.
राजनीति में उतरने से पहले, विनेश को ओलंपिक खेलों में बड़ी हार का सामना करना पड़ा था. उन्हें 100 ग्राम अधिक वजन होने के कारण पेरिस में 50 किग्रा वर्ग के ओलंपिक फाइनल से अयोग्य घोषित कर दिया गया था.

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