Bima Bharti : राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने 10 सितंबर से शुरू हो रहे नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की ‘आभार यात्रा’ से पहले मंगलवार को बिहार की पूर्व मंत्री बीमा भारती को अपना राज्य उपाध्यक्ष मनोनीत किया.
पार्टी में बीमा भारती का बढ़ता कद इसलिए काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि इस साल जनता दल (यूनाइटेड) या जेडी-यू से आने के बाद वह लोकसभा और विधानसभा दोनों चुनाव हार गई थीं.
जीत या हार से आरजेडी में किसी नेता की स्थिति पर कोई असर नहीं पड़ता
बीमा भारती के प्रमोशन पर आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा, “जीत या हार से आरजेडी में किसी नेता की स्थिति पर कोई असर नहीं पड़ता. प्रतिबद्धता ही मायने रखती है. यही बात लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी प्रसाद यादव को अलग बनाती है. एक बार लालूजी ने उन्हें आशीर्वाद दे दिया, तो वह उनके लिए बना रहेगा और उन्हें उनके राजनीतिक सफर को वापस पटरी पर लाने में मदद करेगा.”
Bima Bharti : श्याम रजक जैसे नेताओं के लिए है सबक- भाई बीरेंद्र
वहीं बीमा भारती के उपाध्यक्ष बनाए जाने पर आरजेडी विधायक भाई बीरेंद्र ने कहा कि “भारती का पार्टी में आना पार्टी बदलने वालों के लिए भी एक संदेश है. पिछले महीने आरजेडी नेता श्याम रजक ने आरजेडी छोड़ दी थी और बाद में जेडी-यू में शामिल हो गए थे. रजक ने राजनीति की शुरुआत आरजेडी से की. फिर वो जेडी-यू में शामिल हो गए. बीच में फिर थोड़े समय के लिए वापस अपनी असली पार्टी में आए और फिर चले गए. ”
बीरेंद्र ने कहा, “ऐसे नेताओं का अंत हो जाएगाय भारती को उपाध्यक्ष बनाकर राजद ने सही संदेश दिया है कि पार्टी समर्पित कार्यकर्ताओं को पुरस्कृत करेगी.”
रूपौली से तीन बार जदयू विधायक रहीं भारती ने लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी से इस्तीफा दे दिया था और संसदीय चुनाव लड़ने के लिए राजद में शामिल हो गई थीं.
बीमा भारती ने 2000 में बतौर निर्दलीय शुरु किया था राजनीति का सफर
बीमा भारती का राजनीतिक सफर दो दशक पहले 2000 में विधानसभा रुपौली के चुनाव से बतौर निर्दलीय उम्मीदवार जीत हासिल कर शुरु हुआ था. जेडीयू में उनका सफर 2010 में शुरु हुआ. तब से वो लगातार रुपौली विधानसभा सीट से जीत रही थी. वो एक बार बिहार सरकार में मंत्री भी रही हैं. 2014 को जीतन राम मांझी सरकार के कैबिनेट विस्तार में बीमा भारती को मंत्री बनाया गया था बाद में वो 2019 में भी मंत्री बनी. बीमा भारती ने नीतीश कैबिनेट में गन्ना और विकास विभाग संभाला था.
ठीक 2024 लोकसभा चुनाव से पहले बीमा भारती ने जेडीयू का दमन छोड़ आरजेडी का हाथ थामा था. उन्हें पूर्णिया की सीट से आरजेडी ने टिकट दिया. लेकिन निर्दलिय चुनाव लड़ पप्पू यादव ने उन्हें हरा दिया.
इसके बाद विधानसभा उपचुनाव में उन्हें रुपौली से टिकट दिया गया लेकिन इसबार वो निर्दलीय प्रत्याशी शंकर सिंह से हार गई और जेडीयू प्रत्याशी से भी पिछड़ कर तीसरे नंबर पर रही.
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